प्यार का वायरस
प्यार का वायरस
प्यार… आप इसे चाहें तो वायरस कह दें जो कभी भी किसी को भी हो सकता है, या इसे आप बॅक्टीरिया कहें… सच ये है कि इस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाने की कोशिश में जीवन बड़ा नीरस हो सकता है। मान लेना ही श्रेयस्कर है, कि वो इंजेक्शन ना बना है, ना बनना चाहिए — जिसे हम प्यार का वैक्सीन कह सकें। पानी के बहाव की तरह होती हैं भावनाएं… बहती हैं, बह जाने दो। कुछ समय खोता है तो खो जाने दो। क्या खूब कहा है किसी ने… कि प्यार को हो जाने दो।
#प्यार_को_हो_जाने_दो
~ मेरे मन की भावन
(शनिवार, फरवरी २, २०१९)
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इस बिना काम की, बेअसर प्रतिरोधक क्षमता से बेहतर है, कि आप असली रोगों से अपने शरीर की रक्षा हेतु कार्य करें।
यहां आपके हाथ पैर मारने से कोई लाभ नहीं
~ जन हित में जारी।।
![चाहे वायरस कहें, या बॅक्टीरिया, या फिर लवेरिया प्यार का वायरस! वैक्सीन मत बनाना इसका...](https://vividhasankalan.com/sites/default/files/images/blog-article-entry/pyar-ka-virus.jpeg)