परिवर्तन - नियम भर नहीं, आवश्यकता भी
परिवर्तन - नियम भर नहीं, आवश्यकता भी
परिवर्तन कभी कभी अच्छा नहीं लगता. विशेषकर तब जब हमें उस परिवर्तन से असुविधा होती हो. पर परिवर्तन ही सृष्टि का नियम है. किंतु, अनचाहा निरर्थक नियम भर नहीं है - एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है. परिवर्तन के अभाव में आई जड़ता एक जीवंत हृदय की सबसे बड़ी शत्रु है.
~मेरे मन की भावन
३० अप्रैल, २०१५