खुशियों का मोल
खुशियों का मोल
अनमोल खुशियों का तोलमोल छोडें, इन्हें खरीदना, बेचना, चुराना, छीनना संभव नहीं. बस इनके योग्य बनने का प्रयत्न ही किया जा सकता है...
नापा न जा सके खुशियों के मोल को,
देखा है कभी मुस्कान के तोल को?
बड़ी खुशी की राह में ऐसे न खो जाना,
कि खो दो एक छोटी मुस्कान अनमोल को
मिलती है मुश्किल से किस्मत से खुशियाँ,
हर कोई न थाप सके आनंद के ढोल को
जितनी है हिस्से में उतनी ही पाओगे,
छीन नहीं पाओगे खुशियों के बोल को
पंछी तो फाँस ले जाल में शिकारी,
कैद न कर पाए कोई प्यारे कलोल को
~ लेखनी ~
अनूषा की